हाल ही में महागठबंधन से अलग हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने ऐलान किया कि हम बिना शर्त जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के साथ गठबंधन कर रहे हैं. बुधवार को पटना में उन्होंने कहा कि हम जेडीयू के साथ मिलजुल कर चुनाव लड़ेंगे. चूंकि नीतीश जी एनडीए के अंग हैं, इसिलए हम भी एनडीए के पार्टनर हैं. लेकिन हम नीतीश कुमार के नजदीक बने रहेंगे.
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जीतन राम मांझी ने कहा कि हम बीना शर्त जेडीयू के साथ गठबंधन कर रहे हैं. अभी सीटों को लेकर कोई विचार-विमर्श नहीं हुआ है. इसे बाद में बैठकर सुलझा लेंगे. मांझी ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए को जीत दिलाने के लिए पूरा जोर लगाएंगे. खुद के चुनाव लड़ने के संबंध में पूछे गए एख सवाल के जवाब में मांझी ने कहा कि यदि उनके नेता, कार्यकर्ता और जेडीयू के लोग चाहेंगे तो मैं भी चुनाव जरूर लड़ूंगा. हम अध्यक्ष ने कहा कि यह मामला सहयोगी दलों पर निर्भर करेगा. वैसे मेरा मानना है कि 75 वर्ष की आयु के बाद सक्रिय राजनीति में व्यक्ति को नहीं रहना चाहिए.
जीतन राम मांझी ने कहा कि महागठबंधन में मैं उपेक्षित महसूस कर रहा था. वहां पर समन्वय समिति के गठन की मेरी बात भी नहीं मानी गई. यहीं कारण है कि हमने उसे छोड़ने का फैसला किया और आज नीतीश जी के साथ हो रहे हैं. इससे पहले महागठबंधन छोड़ने के बाद मांझी ने कहा था कि अभी सभी दलों से बातचीत हो रही है. बसपा, एनसीपी, एमआईएम, वामसेफ से लेकर यशवंत सिन्हा के लोगों से भी बातचीत चल रही है. उन्होंने अपने नेतृत्व में तीसरे मोर्चे की तैयारी का भी संकेत दिया था. हालांकि जेडीयू से संपर्क और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से टेलिफोन पर बातचीत के बाद ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि मांझी जेडीयू में शामिल होकर एनडीए का हिस्सा बनेंगे.
जेडीयू में विलय की थी चर्चा
चर्चा चल रही थी कि महागठबंधन से अलग होने के बाद मांझी की पार्टी का जेडीयू में विलय होगा. हालांकि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने यह साफ कर दिया कि जेडीयू के साथ पार्टी का विलय नहीं होगा. पार्टी नेतृत्व का कहना है कि पार्टी को समाप्त नहीं किया जाएगा. गठबंधन की घोषणा के बाद पार्टी अब सीट शेयरिंग के मुद्दे पर जेडीयू और एनडीए में शामिल अन्य दलों से बात करेगी.
16 सीटों पर पार्टी की तैयारी पूरी
वैसे हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में 16 सीटों पर चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर ली है. पार्टी ने अधिकतर मगध प्रमंडल के सीटों पर ही अपनी दावेदारी पेश की है. वैसे पार्टी का शीर्ष नेतृत्व कोसी और पूर्णिया क्षेत्र के कुछ सीटों को अपना प्रभाव क्षेत्र मान रहा है. हम की दावेदारी वाली मगध क्षेत्र की कुछ सीटें बीजेपी के प्रभाव वाली हैं. ऐसे में इस मुद्दे पर लंबी बातचीत चल सकती है.
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