BIHAR DESK : विधानसभा चुनाव में इस बार पहले से स्लिम और स्मार्ट ईवीएम (Slim and Smart EVM) का इस्तेमाल होगा. आकार और वजन में घटाया गया है, लेकिन इसकी क्षमता बढ़ गई है. पुरानी ईवीएम का अधिकतम 64 उम्मीदवारों के लिए उपयोग किया जा सकता था. एक सीयू (कंट्रोल यूनिट) से अधिकतम चार बीयू (बैलेट यूनिट) कनेक्ट हो सकती थी. नई एम थ्री ईवीएम के सीयू से 24 बीयू कनेक्ट हो सकेगी. इसकी क्षमता 384 उम्मीदवारों का डाटा संभालने की है.
- सुप्रीम कोर्ट का बड़ा बयान : OTT प्लेटफॉर्म की स्क्रीनिंग जरूरी है, पोर्न तक दिखा दिया जाता है.
- केरल चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका, राहुल के वायनाड में 4 नेताओं का इस्तीफा
- बिहार में बड़ी कार्रवाई, राज्य की सभी जेलों में एक साथ छापेमारी, मिले मोबाइल और भी चीज़े
इवीएम की बैलेट यूनिट में नई तकनीक का उपयोग
इवीएम की बैलेट यूनिट में नई तकनीक का उपयोग किया गया है. कंट्रोल यूनिट से जुड़कर जैसे ही बैलेट यूनिट ऑन होगी, यह कुछ ही क्षण में सभी उम्मीदवारों का नाम, चुनाव चिह्न और क्रमांक रीड कर लेगी. मतदाता अपने उम्मीदवार का नाम, क्रमांक, चुनाव चिह्न अथवा ब्रेल लिपि के आधार पर पहचान कर बटन दबा सकते हैं. बैलेट यूनिट के सटे वीवीपैट पर जिस उम्मीदवार के पक्ष में वोट पड़ा वह नाम सात सेकंड के लिए प्रदर्शित होगा.
दृष्टि बाधित मतदाताओं के मतदान में भी सुविधा
दृष्टि बाधित मतदाताओं (Blind Voters) के लिए इस बार बैलेट यूनिट पर अलग से ब्रेल लिपि के डमी बैलेट पेपर की जरूरत नहीं पड़ेगी. चुनाव आयोग से उपलब्ध कराई गई नई बैलेट यूनिट में इस बार ब्रेल लिपि पहले से उपलब्ध है. दृष्टिबाधित वोटर सीधे बैलेट यूनिट के दाईं ओर ब्रेल लिपि टटोलकर सही क्रमांक वाला बटन दबा देंगे. इस प्रक्रिया से मतदान में समय की बचत भी होगी.
नए ईवीएम में आएगी कम खराबी
मतदान के दौरान ईवीएम में खराबी की शिकायत भी इस बार कम होगी. ईवीएम, बैलेट यूनिट और वीवीपैट को जोड़ने वाले सभी केबल अलग-अलग रंग के बनाए गए हैं. रंग मिलाकर इन्हें आसानी से कनेक्ट किया जा सकता है. तीनों मशीन में जो गड़बड़ी होगी उसे भी यह एम-3 ईवीएम खोजकर प्रदर्शित करेगी. पहले पूरा सेट बदलना पड़ता था, लेकिन अब जिस यूनिट में खराबी होगी या कनेक्शन गलत होगा उसे ही बदलना पड़ेगा.
Leave a Reply