BIHAR DESK : बिहार में गठबंधनों (Alliance) के बीच सीटों पर संग्राम (seat sharing dispute) जारी है. बिहार विधनसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक पार्टियों पर सीट बंटवारे का दबाव बढ़ गया है. इनपर उम्मीदवार तय करने का भी काफी दबाव है. महागठबंधन में भी सीट बंटवारे पर अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है. इस बीच राजद (RJD) ने कांग्रेस (Congress) से कहा है कि वह बिना देर किए बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) के लिए विपक्ष के नेता (leader of opposition) तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को मुख्यमंत्री का चेहरा (Chief Ministerial Candidate ) मान ले.
क्योंकि राष्ट्रीय स्तर पर हम सब राहुल गांधी (Rahul Gandhi ) के चेहरे पर लोकसभा का चुनाव लड़े थे. अगर अवसर मिलता तो राहुल गांधी की अगुआई में ही सरकार बनती. मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर महागठबंधन चुनाव में गया तो जीत मिलेगी. राजद प्रवक्ता ने कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाने की भी सलाह दी है और कहा कि यदि आपके पास जिताऊ चेहरा नहीं हैं तो अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने का कोई मतलब नहीं है. राजद की ओर कांग्रेस को 58 सीटों के अलावा वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र का उप चुनाव लड़ने का ऑफर दिया गया है. हालांकि कांग्रेस ने भी दो टूक कह दिया है कि उसे राजद का प्रस्ताव स्वीकार नहीं है.
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झारखंड में पार्टी ने हेमंत सोरेन को सीएम फेस मानी
पार्टी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (Mrityunjay Tiwari) ने 28 सितंबर, सोमवार को कहा कि इससे पहले कांग्रेस झारखंड (Jharkhand) में हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के चेहरे पर चुनाव लड़ चुकी है. चुनाव पूर्व सीएम फेस की घोषणा होने के चलते झारखंड में सरकार बन गई. यह बिहार में भी होने जा रहा है.
कांग्रेस 58 सीटों के अलावा उपचुनाव लड़े
तिवारी ने कहा कि कांग्रेस विधानसभा की 58 सीटों के अलावा वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र का उप चुनाव लड़े. इस बात का ख्याल रखे कि राजद के साथ उसका पुराना गठबंधन है.
कांग्रेस की खरी-खरी
इधर, कांग्रेस को भी राजद के प्रस्ताव से इंकार है. प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव शक्ति सिंह गोहिल ने दो टूक कहा है कि मीडिया में दिए जा रहे ऐसे प्रस्तावों का मतलब नहीं है. ऐसे मुद्दो पर मीडिया में बात नहीं होती. दोनों दलों के प्रमुख नेताओं के बीच ही बातचीत और फैसला हो सकता है.
Input – Jagaran
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