बिहार विधानसभा चुनाव के बाद राष्ट्रीय जनता दल(राजद) को एक बार फिर झटका लगा है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद सीताराम यादव ने भाजपा का दामन थाम लिया है. बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव की उपस्थिति में सीताराम यादव अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए. इसके अलावा नगीना देवी, पूर्व डिप्टी मेयर संतोष मेहता, वर्तमान डिप्टी मेयर मीरा देवी समेत सैकड़ों की संख्या में नेताओं ने भाजपा का दामन थामा.
राजद के आठ में से पांच विधान पार्षद जदयू में शामिल
आपको बता दें कि इससे पहले बिहार चुनाव से पहले राजद के आठ में से पांच विधान पार्षद पार्टी छोड़ जदयू में शामिल हो गए थे. पार्टी छोड़ने वालों में संजय प्रसाद, राधाचरण साह, दिलीप राय, मो कमर आलम और रणविजय कुमार सिंह के नाम हैं. पांचों ने राजद से खुद को अलग करते हुए एक समूह बनाने और जदयू में शामिल होने का पत्र विधान परिषद को दिया था.
- बिहार में बड़ी कार्रवाई, राज्य की सभी जेलों में एक साथ छापेमारी, मिले मोबाइल और भी चीज़े
- कांग्रेस को रास नहीं आया बंगाल में राजद-तृणमूल की दोस्ती, तेजस्वी यादव पर कांग्रेस ने कसा तंज
- खुशखबरी! आज से बिहार में चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें, सीएम नीतीश दिखाएंगे हरी झंडी
- नीतीश ने पूरा किया चुनावी वादा, सभी बिहारवासियों फ्री लगेगी वैक्सीन


इसके आलोक में विप के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने पांचों को जदयू सदस्य के रूप में मान्यता दे दी थी. राजद छोड़ने वाले पांच सदस्यों में तीन स्थानीय प्राधिकार कोटे से चुनकर आए थे तो दो का निर्वाचन विधान सभा कोटे से हुआ था. संजय प्रसाद साल 2015 में मुंगेर, जमुई, लखीसराय व शेखपुरा स्थानीय प्राधिकार से चुनकर विप पहुंचे थे.
जबकि राधाचरण साह 2015 में ही भोजपुर व बक्सर तो दिलीप राय 2015 में ही सीतामढ़ी व शिवहर स्थानीय प्राधिकार से चुनकर विप पहुंचे थे. जबकि मो कमर आलम साल और रणविजय कुमार सिंह साल 2016 में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर विधान परिषद पहुंचे थे.
Leave a Reply