प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने फैसलों और कामकाज से तो चर्चा में रहते ही हैं, साथ ही उनके विभिन्न मौकों पर दिए गए एक लाइन वाले नारे (वन लाइनर) भी लोगों में जमकर हिट होते हैं. सोमवार को भी राज्यसभा में भाषण के दौरान मोदी ने विपक्ष की चुटकी लेते हुए कहा-मोदी है, मौका लीजिए. यह वन लाइनर भी लोगों के बीच खासी चर्चा में आ गया है.
साल 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद मोदी के विभिन्न मौकों पर दिए गए भाषणों में दिए गए वन लाइनर जमकर हिट हुए और कुछ ने तो चुनावी नारा बनकर माहौल ही बदल दिया. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले मोदी द्वारा दिया गया ‘अच्छे दिन आएंगे’, जमकर चला था. साथ ही ‘सबका साथ, सबका विकास’ भी लोगों की जुबान पर रहा.
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में ‘मोदी है तो मुमकिन है’ नारे की गूंज रही. हालांकि यह नारा पार्टी ने दिया था. अबकी बार मोदी सरकार की गूंज भी जमकर हुई थी. मोदी ने बीते चुनाव के पहले मैं भी चौकीदार का नारा दिया जो पूरे देश में चर्चित रहा. भाजपा द्वारा दिया गया, ‘हर-हर मोदी, घर-घर मोदी’ की गूंज भी रही.
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कोरोना काल में मोदी ने जो एक लाइन बोली वो नारा बनकर उभरी. ‘जान है, जहान है’ और ‘जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं’ की गूंज रही, ‘दो गज की दूरी है जरूरी’ को भी लोगों ने जमकर पसंद किया. बाद में ‘दवाई भी, कड़ाई भी’ का नारा चला. इस बीच आपदा को अवसर बनाने का उनका आह्वान भी नारा बनकर सामने आया.
खास बात यह कि यह नारे सोशल मीडिया के साथ आम जनता में भी जमकर लोकप्रिय हुए. सोमवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आखिर में विपक्षी दलों पर चुटकी ली और कहा कि कोरोना काल में उनको यहां पर मोदी पर बरसने का मौका मिला, उसे आगे बढ़ाइए. इससे उनको खुशी व शांति मिलेगी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ दिया कि- ‘मोदी है, मौका लीजिए’.
Input – Live Hindustan
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